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आरोग्य कवच _ बीमारियों से सुरक्षा
आरोग्य कवच _ बीमारियों से सुरक्षा
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आरोग्य कवच एक शक्तिशाली आध्यात्मिक रुद्राक्ष संयोजन होता है, जो स्वास्थ्य, ऊर्जा, रोग प्रतिरोधक शक्ति और मानसिक शांति के लिए उपयोगी होता है। अगर यह 3 मुखी, 5 मुखी, 7 मुखी, 8 मुखी और 9 मुखी रुद्राक्ष से बना है, तो यह बहुत शक्तिशाली और संतुलित प्रभाव देता है।
🔮 आरोग्य कवच में प्रयुक्त रुद्राक्ष और उनके लाभ:
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3 मुखी रुद्राक्ष (अग्नि तत्व)
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दोषों का शुद्धिकरण करता है।
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शरीर की ऊर्जा को संतुलित करता है।
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पुराने रोगों व कमजोरी से बचाव करता है।
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पाचनतंत्र और रक्त शुद्धि में सहायक।
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5 मुखी रुद्राक्ष (कालाग्नि रूद्र)
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मानसिक तनाव और चिंता को दूर करता है।
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हृदय और रक्तचाप को संतुलित करता है।
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विद्यार्थियों और मेडिटेशन करने वालों के लिए उपयोगी।
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7 मुखी रुद्राक्ष (महालक्ष्मी का स्वरूप)
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शरीर के स्नायु और तंत्रिकाओं को मजबूत करता है।
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जोड़ों के दर्द और गठिया में राहत।
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आर्थिक समृद्धि के साथ-साथ स्वास्थ्य लाभ भी देता है।
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8 मुखी रुद्राक्ष (गणेश स्वरूप)
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सभी प्रकार की विघ्न-बाधाओं को दूर करता है।
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न्यूरोलॉजिकल (मस्तिष्क संबंधित) रोगों में सहायक।
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इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है।
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9 मुखी रुद्राक्ष (दुर्गा स्वरूप)
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रोगों से लड़ने की शक्ति देता है।
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थायरॉइड, हार्मोन असंतुलन, स्त्री रोगों में लाभकारी।
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भय, आलस्य और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।
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👤 कौन पहन सकता है?
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कोई भी स्त्री या पुरुष जो शारीरिक, मानसिक या आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ रहना चाहता है।
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जिन्हें अक्सर बीमारियाँ, कमजोरी, थकावट या मानसिक तनाव होता है।
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विद्यार्थी, वरिष्ठ नागरिक, बिज़नेस पर्सन, ध्यान-योग अभ्यास करने वाले।
📿 धारण करने की विधि:
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दिन: सोमवार, मंगलवार या किसी शुभ मुहूर्त में।
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समय: सूर्योदय के बाद स्नान कर, स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
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स्थान: अपने घर के पूजाघर में या किसी शांत पवित्र स्थान पर।
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पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें।
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रुद्राक्ष को गंगाजल/गौमूत्र/कच्चे दूध से शुद्ध करें।
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उसे धूप-दीप दिखाएं।
🕉 मंत्र जाप विधि:
हर रुद्राक्ष के लिए अलग-अलग मंत्र होते हैं, लेकिन पूरे आरोग्य कवच के लिए संयुक्त रूप से आप नीचे दिए गए मंत्र का जाप कर सकते हैं:
"ॐ नमः शिवाय" — 108 बार
या
"ॐ ह्रीं नमः" — 108 बार
या
"ॐ रुद्राय नमः" — 108 बार
अगर रुद्राक्ष का पूर्ण पूजन करना चाहें, तो हर रुद्राक्ष के लिए निम्न मंत्र बोलकर तिलक करें:
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3 मुखी: ॐ क्लीं नमः
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5 मुखी: ॐ नमः शिवाय
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7 मुखी: ॐ हुं नमः
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8 मुखी: ॐ गणेशाय नमः
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9 मुखी: ॐ ह्रीं हुं नमः
📌 विशेष सावधानियाँ
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रुद्राक्ष पहनने से पहले नशा, मांसाहार आदि से दूरी बनाएं।
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रोज़ाना इसे उतारने की जरूरत नहीं, लेकिन स्नान के समय साबुन से बचाएं।
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किसी भी अपवित्र स्थान (शौचालय आदि) में न जाएं, या उतार दें।
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